मंगलवार, 9 फ़रवरी 2010

धैर्यवान

जैसे सोना अग्नि में चमकता है, वैसे ही आपदा में धैर्यवान दमकता है।

संयम और परिश्रम मनुष्य के दो सर्वोत्तम चिकित्सक हैं।


जिसके पास धैर्य है उसे उसका फल अवश्य मिलता है। - फ्रैंकलिन


धीर गंभीर कभी उबाल नहीं खाते। - चाणक्य


कबिरा धीरज के धरे, हाथी मन भर खाय।
टूक एक के कारने, स्वान घरै घर जाय॥ - कबीर


नीति निपुण निंदा करें या प्रशंसा करें, लक्ष्मी आए चाहे चली जाय, मृत्यु चाहे आज ही हो जाए, चाहे एक युग के बाद, परन्तु धीर पुरूष न्यायमार्ग से एक पग भी विचलित नहीं होते। - भर्तृहरी


विकार हेतो सति विक्रियन्ते येषां न चेतांसि त एव धीराः ।
वास्तव में वे ही पुरूष धीर हैं जिनका मन विकार उत्पन्न करने वाली परिस्थिति में भी विकृत नहीं होता। - कालिदास


जिसे धीरज है और जो श्रम से नहीं घबराता है, सफलता उसकी दासी है।


धीरज सारे आनंदों और शक्तियों का मूल है।

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