वाणी पर नियंत्रण रखना और असत्य न बोलना, अशुभ विचार व्यक्त न करना है।
मन पर नियंत्रण - मन में विकार न आने दें, अशुभ विचार न आने दें और मन को विषय वासना से बचाकर रखें
कोई भी काम अनाडीपन से न करें, पूरी कुशलता से और ठीक से सोच विचार कर करें। यह कर्म पर नियंत्रण रखना है।
शुक्रवार, 19 मार्च 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.